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पेरिस 2024: दिलीप टिर्की का मानना ​​है कि सेमीफाइनल में भारत को गोल करने के कई मौके मिले

Paris Olympics 2024 Dilip Tirkey

पेरिस (फ्रांस) Paris Olympics 2024 Dilip Tirkey: पेरिस ओलंपिक में पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में जर्मनी के खिलाफ भारत की निराशाजनक हार के बाद हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि हरमनप्रीत सिंह की टीम को खेल में गोल करने के कई मौके मिले। भारत को जर्मनी के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा और एक रोमांचक मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।

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Paris Olympics 2024 Dilip Tirkey

भारत के लिए हरमनप्रीत (7′) और सुखजीत सिंह (36′) ने एक-एक गोल किया, जबकि गोंजालो पेइलट (18′), क्रिस्टोफर रूहर (27′) और मार्को मिल्टकौ (54′) ने जर्मनी के लिए गोल किया। एएनआई से बात करते हुए टिर्की ने कहा कि भारत अपनी गलती के कारण मैच हार गया और फाइनल में नहीं पहुंच सका। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि सेमीफाइनल में हार के बाद खिलाड़ी वापसी करेंगे।

दिलीप ने कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि यह एक करीबी मैच था, क्योंकि हमें गोल करने के कई मौके मिले…हमारी अपनी गलती के कारण हम फाइनल में नहीं पहुंच सके। यह हमारा दुर्भाग्य है…मुझे विश्वास है कि खिलाड़ी इस मैच के बाद वापसी करेंगे…” भारतीय टीम ने अपने लगातार आक्रामक रुख के साथ शुरुआत की, जिसके कारण उन्हें कई पेनल्टी कॉर्नर मिले।

Paris Olympics 2024 Dilip Tirkey

हरमनप्रीत सिंह ने 7वें मिनट में चौथा गोल करके भारत को अच्छी बढ़त दिलाई। यह टूर्नामेंट में उनका आठवां गोल था। जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर की शुरुआत जोरदार तरीके से की और शुरुआती दौर में भारत से बराबरी की। पहले तीन मिनट में ही उन्हें एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे गोंजालो पेइलाट ने 18वें मिनट में गोल करके स्कोर बराबर कर दिया। जर्मनी ने आखिरकार बढ़त बना ली, लेकिन भारत ने बराबरी कर ली, जिससे प्रशंसक अपनी सीटों पर बैठे रहे। स्कोर बराबर होने के बाद दोनों टीमों ने अपने हमले तेज कर दिए और एक-दूसरे के डिफेंस को बार-बार परखते रहे।

लगातार प्रयासों के बावजूद कोई भी टीम गतिरोध को तोड़ नहीं पाई और तीसरा क्वार्टर 2-2 के स्कोर के साथ समाप्त हुआ। चौथे क्वार्टर की शुरुआत जर्मनी द्वारा तेजी से पास बनाने और भारत के डिफेंस को भेदने के साथ हुई, जिससे उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन संजय ने गोल-लाइन पर शानदार बचाव करके जर्मनी को बढ़त लेने से रोक दिया। हालांकि, जर्मनी ने अपने लगातार हमले जारी रखे और आखिरकार 54वें मिनट में मार्को मिल्टकाऊ ने बाएं फ्लैंक पर टियो हिनरिक्स की सहायता से गोल करके बढ़त हासिल कर ली। यह गोल आखिरकार निर्णायक साबित हुआ, क्योंकि जर्मनी ने मैच 3-2 से जीतकर फाइनल में जगह बनाई।

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